याद है आपको, कुछ ही दिनों पहले की बात है, जब कांग्रेस की ओर से ये दावा किया गया था, कि उनके सरकार के कार्यकाल के दौरान भी किए गए थे सर्जिकल स्ट्राइक। वो भी एक दो नहीं बल्कि पूरे के पूरे 6 सर्जिकल स्ट्राइक। यहां तक की उन्होंने तारीख भी बता दिए थे, कि 6 बार होनेवाले उन सर्जिकल स्ट्राइकों को किस-किस डेट में अंजाम दिए गए थे। लेकिन ये क्या ? अब तो सेना ने कर दी है उनकी बोलती बंद। जब 20 मई 2019 को उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट रणबीर सिंह ने अपने एक बयान में कहा, कि ”बालाकोट में आतंकियों के कैंप पर भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक बड़ी उपलब्धी थी, जिसमें हमारे विमान दुश्मन की सीमा के काफी अंदर तक गए और आतंकियों के कैंपो को ध्वस्त कर दिया।” इसके अलावा जनरल रणबीर सिंह ने ये भी कहा, कि पाकिस्तान ने अगले दिन हवाई हमले किए, उसका जवाब भी सेना की ओर से दिया गया। उन्होंने कहा कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक सितंबर 2016 में ही हुई थी।
अब ऐसे में कांग्रेस के उन दावों का क्या, जिसमें ये कहा गया कि कांग्रेस सरकार के दौरान 6 साल में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक किए गए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा, कि इसके बावजूद कांग्रेस ने कभी भी वोट मांगने के लिए उसका इस्तेमाल नहीं किया। याने मोदी सरकार पर ताना मारते हुए कांग्रेस की ओर से ये कहा गया कि बीजेपी ने सर्जिकल स्ट्राइक को वोट पाने का हथकंडा बनाया।
लेकिन अब जबकी ये साबित हो चुका है, कि उल्टा कांग्रेस ने ही वोटरों को लुभाने के लिए पीएम मोदी के सरकार के दौरान किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को झूठा साबित करने की कोशिश तो की ही, साथ ही अपने सरकार के दिनों में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक होने के सबसे बड़े झूठ को भी बोला। वो भी खुलेआम, चिल्ला-चिल्ला कर। अब ऐसे में ये देखना काफी दिलचस्प होगा, कि अब इसपर कांग्रेस की ओर से क्या बयान आता है ? वैसे इसपर आपका क्या कहना है, हमें कमेंट कर जरुर बताएं।